नई दिल्ली: निजामुद्दीन में तबलीगी जमात का मरकज देश में कोरोना का सबसे बड़ा हॉटस्पॉट बन रहा है। दिल्ली में बुधवार को सामने आए 32 नए मरीजों में 29 इसी मरकज के हैं। देश के अलग-अलग हिस्सों में पहुंचे इन लोगों में अब तक 300 से ज्यादा महामारी के मरीज मिले हैं। इनमें से 110 तो बुधवार को तमिलनाडु में सामने आए। दिल्ली-एनसीआर ही नहीं, देशभर में जमात के लोगों को युद्धस्तर पर तलाशा जा रहा है। वहीं, निजामुद्दीन में मरकज की इमारत को खाली कराने का 36 घंटे का ऑपरेशन बुधवार सुबह पूरा हुआ। दिल्ली सरकार ने कहा कि मरकज से 2,361 लोगों को निकाला गया है, जिनमें 766 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। __मरकज के मुखिया मौलाना साद समेत 8 लोगों पर मंगलवार को FIR दर्ज की गई थी, लेकिन पुलिस ने कहा कि मौलाना साद फरार हैं। इस बीच, कथित तौर पर उनका एक ऑडियो वायरल है, जिसमें मौलाना कह रहे हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग की कोई जरूरत नहीं है। बता दें कि पुलिस प्रशासन मरकज से लोगों को निकालने के लिए बार-बार कह रहा था, लेकिन निर्देशों के बावजूद ऐक्शन नहीं हुआ। बताते हैं, मौलाना न निकालने पर अड़े थे, जिस पर खुद NSA अजित डोभाल को दखल देना पड़ा। वह 28-29 मार्च की रात करीब 2 बजे मरकज पहुंचे और मौलाना साद को जगह खाली करने और लोगों का टेस्ट कराने के लिए राजी कराया।
300 से ज्यादा मरीज तबलीगी जमात जुड़े, 36 घंटे में खाली हुआ मरकज
• Nishar Ahmed